Class 10 science Chapter 3 धातु एवं अधातु Notes in hindi  Chapter = 3   धातु एवं अधातु  वर्तमान में  118 तत्व  ज्ञात हैं । इनमें  90 से अधिक धातुऐं  ,  22 अधातुऐं और कुछ उपधातु  हैं ।  धातु :-  पदार्थ जो कठोर , चमकीले , आघातवर्ध्य , तन्य , ध्वानिक और ऊष्मा तथा विद्युत के सुचालक होते हैं , धातु कहलाते हैं ।  जैसे :-  सोडियम ( Na ) , पोटाशियम ( K ) , मैग्नीशियम ( Mg ) , लोहा ( Fc ) , एलूमिनियम ( AI ) , कैल्शियम ( Ca ) , बेरियम ( Ba ) धातुऐं हैं ।  धातुओं के उपयोग :-   धातुओं का उपयोग इमारत , पुल , रेल पटरी को बनाने में , हवाईजहाज , समुद्री जहाज , गाड़ियों के निर्माण में , घर में उपयोग होने वाले बर्तन , आभूषण , मशीन के पुर्जे आदि के निर्माण में किया जाता है ।  अधातु :- जो पदार्थ नरम , मलिन , भंगुर , ऊष्मा तथा विद्युत के कुचालक होते हैं , एवं जो ध्वानिक नहीं होते हैं अधातु कहलाते हैं ।  जैसे :-  ऑक्सजीन ( O ) , हाइड्रोजन ( H ) , नाइट्रोजन ( N ) , सल्फर ( S ) , फास्फोरस ( P ) , फ्लूओरीन...
सीबीएसई 10 वीं गणित की बोर्ड परीक्षा 2020: इस पेपर की तैयारी करते समय 8 बिंदुओं का ध्यान रखें
By Suresh Raikwar
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10 वीं बोर्ड परीक्षा 2020 के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है। परीक्षाएं 15 फरवरी से 20 मार्च, 2020 के बीच आयोजित की जाएंगी। गणित की परीक्षा 12 मार्च को होनी है।
अक्सर परीक्षा की तारीख नजदीक आते ही छात्र घबरा जाते हैं। कई समूह अध्ययन का विकल्प चुनते हैं और कठिन समस्याओं को हल करने में घंटों बिताते हैं।
इस लेख में, छात्रों को अपनी आगामी सीबीएसई गणित परीक्षा के लिए कुछ उपयोगी टिप्स और ट्रिक्स मिलेंगे।
अभ्यास उत्कृष्टता की कुंजी है: छात्रों को दैनिक आधार पर गणित का अभ्यास करना चाहिए क्योंकि इससे उन्हें विषय के लिए भय पर काबू पाने में मदद मिलेगी। कई मायनों में एक विशेष समीकरण का प्रयास करें। परीक्षा के दिन पेपर हल करने में मदद मिलेगी।
एकाधिक दृष्टिकोण: यदि कोई विशेष समीकरण सही उत्तर नहीं दे रहा है, तो इसे एक अलग दृष्टिकोण के साथ हल करने का प्रयास करें। गलतियों की समीक्षा करें और यदि आवश्यक हो तो शिक्षकों से मदद लें।
Keynotes तैयार करें: एक को समीकरणों और सूत्रों के लिए फ्लैशकार्ड तैयार करना चाहिए। छात्र अनुभाग-वार फ्लैशकार्ड या नोट्स भी बना सकते हैं जिनकी उन्हें आवश्यकता है।
स्कोरिंग सेक्शन पर ध्यान दें: उम्मीदवारों को अपने गणित के सिलेबस को दो भागों में विभाजित करना चाहिए, आसान और कठिन। फिर आवंटित खंडों के आधार पर आसान अनुभागों को उप-वर्गों में विभाजित करें। उदाहरण के लिए आँकड़ों को आसान हिस्से में डाला जा सकता है क्योंकि इस विशेष खंड में पूर्ण अंक प्राप्त करने की संभावना है।
परीक्षा पैटर्न और सिलेबस पर ध्यान दें: यह ध्यान रखने वाली सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है। छात्रों को पाठ्यक्रम और पैटर्न के साथ अच्छी तरह से वाकिफ होना चाहिए। अन्यथा, वे अनावश्यक विषयों का अध्ययन करने में समय बर्बाद कर सकते हैं।
पर्यावरण: गणित के प्रश्न पत्रों को हल करने के लिए बहुत अधिक एकाग्रता की आवश्यकता होती है। छात्रों को समीकरणों पर काम करते समय ध्यान भंग से बचने की कोशिश करनी चाहिए।
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पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र और सैंपल पेपर: पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र और सैंपल पेपर छात्रों को आवर्ती प्रश्नों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करते हैं। नमूना पत्र आपको तैयारी का विश्लेषण करने देंगे। छात्रों को अपने फोन या घड़ी में टाइमर सेट करने के पिछले वर्षों के प्रश्नों और नमूना पत्रों को हल करना चाहिए।
केंद्रित अध्ययन सामग्री: विभिन्न अध्ययन सामग्रियों के लिए जाने के बजाय, छात्रों को एक या दो पुस्तकों से चिपके रहना चाहिए। उदाहरण के लिए, एनसीईआरटी और सीबीएसई के सैंपल पेपर पर्याप्त होंगे यदि किसी की मूल अवधारणाओं पर पकड़ है। सामग्री की अधिकता के लिए जाना केवल भ्रम पैदा करेगा।
Good luck 

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